SUBJECT-MUSIC
CLASS II
AUGUST
- SINGING TOGETHER NATIONAL ANTHEM IN A SMALL GROUP
- PATRIOTIC SONG (NANHA MUNNA RAHI HU)
नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ
बोलो मेरे संग, जय हिंद, जय हिंद, जय हिंद ... रस्ते पे चलूंगा न डर-डर के चाहे मुझे जीना पड़े मर-मर के मंज़िल से पहले ना लूंगा कहीं दम आगे ही आगे बढ़ाउंगा कदम दाहिने बाएं दाहिने बाएं, थम! नन्हा ... धूप में पसीना बहाउंगा जहाँ हरे-भरे खेत लहराएंगे वहाँ धरती पे फ़ाके न पाएंगे जनम आगे ही आगे ... नया है ज़माना मेरी नई है डगर देश को बनाउंगा मशीनों का नगर भारत किसी से न रहेगा कम आगे ही आगे ... बड़ा हो के देश का सितारा बनूंगा दुनिया की आँखों का तारा बनूंगा रखूँगा ऊंचा तिरंगा हरदम आगे ही आगे ... शांति कि नगरी है मेरा ये वतन सबको सिखाऊंगा प्यार का चलन दुनिया में गिरने न दूंगा कहीं बम आगे ही आगे ...
CLASS III (MUSIC)
AUGUST
- IDENTIFY SOME MUSICAL INSTRUMENT AND ITS SOUND .
- FLAG SONG (VIJAYI VISHWA TIRANGA PYARA) .
विजयी विश्व तिरंगा प्यारा
झण्डा ऊँचा रहे हमारा
विजयी विश्व तिरंगा प्यारासदा शक्ति बरसानेवाला
प्रेम सुधा सरसानेवाला
वीरों को हर्षानेवाला
मातृभूमि का तन-मन सारा
झण्डा ऊँचा ...
स्वतंत्रता के भीषण रण में
लखकर कर जोश बढ़े क्षण-क्षण में
काँपे शत्रु देख कर मन में
मिट जावे भय संकट सारा
झण्डा ऊँचा ...
इस झण्डे के नीचे निर्भय
हो स्वराज जनता का निश्चय
बोलो भारत माता की जय
स्वतंत्रता ही ध्येय हमारा
झण्डा ऊँचा ...
शान न इस की जाने पावे
चाहे जान भले ही जावे
विश्व विजय कर के दिखलावे
तब होवे प्रण पूर्ण हमारा
झण्डा ऊँचा ...
CLASS IV (MUSIC)
AUGUST
- VIDYALAYA GEET (BHARAT KA SWARNIM GAURAV,KENDRIYA VIDYALAYA......).
- REOGIONAL SONG (ODIA GEET)
CLASS V (MUSIC)
AUGUST
- PATRIOTIC SONG
जहाँ डाल-डाल पर
सोने की चिड़ियां करती है बसेरा वो भारत देश है मेरा जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा वो भारत देश है मेरा ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला जहाँ हर बालक एक मोहन है और राधा हर एक बाला जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर डाले अपना फेरा वो भारत देश है मेरा अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी है अलबेले कहीं दीवाली की जगमग है कहीं हैं होली के मेले जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का चारो और है घेरा वो भारत देश है मेरा जहाँ आसमान से बाते करते मंदिर और शिवाले जहाँ किसी नगर मे किसी द्वार पर कोई न ताला डाले प्रेम की बंसी जहाँ बजाता है ये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा ...
- LIFE HISTORY OF FAMOUS MUSICOLOGIST (PT. VISHNU NARAYAN BHATKHANDE)
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